उपन्यास कोरोना वायरस
कोरोना-वायरस के लिए हेल्पलाइन नंबर: + 91-11-23978046
कोरोना वायरस के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की हेल्पलाइन नंबर
कोरोना-वायरस के लिए हेल्पलाइन ईमेल आईडी: ncov2019 [at] gmail [dot] com
संगरोध के लिए राज्यों / संघ राज्य क्षेत्रों को दिशा-निर्देश
- एयरपोर्ट पर यात्रियों की कुल संख्या: 12,76,046
- भारत भर में पुष्टि किए गए COVID 2019 मामलों की कुल संख्या *: 114
(विदेशी नागरिकों सहित, 16.03.2020 को शाम 04:00 बजे तक)
COVID पुष्ट मामलों की राज्य / केंद्रशासित प्रदेश सूची।
एस। राज्य / संघ राज्य क्षेत्र का नाम कुल पुष्टि मामले (भारतीय राष्ट्रीय) कुल पुष्टि मामले (विदेशी राष्ट्रीय) ठीक हो गया /
छुट्टी दे दी गईमौत 1 आंध्र प्रदेश 1 0 0 0 2 दिल्ली 7 0 2 1 3 हरियाणा 0 14 0 0 4 कर्नाटक 6 0 0 1 5 केरल 23 0 3 0 6 महाराष्ट्र 32 0 0 0 7 ओडिशा 1 0 0 0 8 पंजाब 1 0 0 0 9 राजस्थान Rajasthan 2 2 3 0 10 तमिलनाडु 1 0 0 0 1 1 तेलंगाना 3 0 1 0 12 केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर 3 0 0 0 13 केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख 4 0 0 0 14 उत्तर प्रदेश 12 1 4 0 15 उत्तराखंड 1 0 0 0 भारत में कुल पुष्ट मामलों की संख्या 97 17 13 2
- The Helpline Number for corona-virus : +91-11-23978046
- Total number of passengers screened at airport : 12,76,046
- Total number of confirmed COVID 2019 cases across India * : 114
(including foreign nationals, as on 16.03.2020 at 04:00 PM)
State/UT wise list of COVID confirmed cases.
S. No. Name of State / UT Total Confirmed cases (Indian National) Total Confirmed cases ( Foreign National ) Cured/
DischargedDeath 1 Andhra Pradesh 1 0 0 0 2 Delhi 7 0 2 1 3 Haryana 0 14 0 0 4 Karnataka 6 0 0 1 5 Kerala 23 0 3 0 6 Maharashtra 32 0 0 0 7 Odisha 1 0 0 0 8 Punjab 1 0 0 0 9 Rajasthan 2 2 3 0 10 Tamil Nadu 1 0 0 0 11 Telengana 3 0 1 0 12 Union Territory of Jammu and Kashmir 3 0 0 0 13 Union Territory of Ladakh 4 0 0 0 14 Uttar Pradesh 12 1 4 0 15 Uttarakhand 1 0 0 0 Total number of confirmed cases in India 97 17 13 2
Coronavirus Live Updates In India: कोरोना वायरस पर स्वास्थ्य मंत्रालय की हिदायत- अगले 15 दिन रहें सावधान
16 मार्च 2020, अपडेटेड 20:13 IST
भारत में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. देश के अबतक 15 राज्यों में कुल 123 केस सामने आ चुके हैं. केंद्र सरकार की ओर कई तरह की सावधानियां बरती जा रही हैं, इसके अलावा एक दर्जन से अधिक राज्यों ने अपने यहां सिनेमा हॉल, स्कूल, कॉलेज को बंद कर दिया है. रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए सार्क देशों को एक साथ किया और साथ मिलकर एक्शन प्लान बनाया. दुनिया में कोरोना वायरस की वजह से अबतक 6000 से अधिक लोगों की मौत हुई है, जबकि भारत में अभी मौत का आंकड़ा दो है.

- कोरोना वायरस का मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्टकोरोना वायरस पर काबू पाने की दिशा में कदम उठाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है. वरिष्ठ पत्रकार प्रशांत टंडन, सामाजिक कार्यकर्ता कुंनाजना सिंह ने ये याचिका दायर की है. वकील आशिमा मंडल और फुजैल अहमद अय्युबी के जरिये दाखिल याचिका में मांग की गई है कि कोरोना से निपटने के लिए सुविधाओं को बढ़ाया जाए.याचिका में कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिए सेंटर, क्वारानटाइन सेंटर, अस्थायी अस्पताल, अस्पतालों में बेड और सार्वजनिक स्थलों पर थर्मल स्क्रीनिंग करने की मांग की गई है.
- कोरोना से निपटने का उपाय करें साझाः पीएम मोदी
- केंद्र सरकार ने बताया-क्या उठाए कदम?स्वास्थ्य मंत्रालय के लव अग्रवाल ने बताया कि देश के सारे स्कूल, स्विमिंग पूल, मॉल आदि 31 मार्च तक बंद रहेंगे. कर्मचारियों को घर से काम करने की छूट है, सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल कम करना होगा. ईरान से 53 भारतीयों का चौथा जत्था आज स्वदेश लौटा है. सभी को प्रोटोकॉल के अनुसार जैसलमेर में विशेष निगरानी में रखा गया. कोरोना के खतरे को लेकर पीएम ने रविवार को सार्क देशों के नेताओं से बात की, प्रस्तावों पर अमल जल्द ही शुरू किया जाएगा. कोरोना को लेकर विदेश मंत्रालय ने कॉल सेंटर शुरू किया है, इसके जरिए सभी भारतीयों की मदद की जाएगी. कॉल सेंटर 24 घंटे काम करेगा.
- हालात पर विदेश मंत्रालय की नजर
- 31 मार्च तक बरतें सावधानी
- कोरोना पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
- चंडीगढ़ में कोचिंग सेंटर और नाइट क्लब बंदचंडीगढ़ में करोना वायरस से बचाव को लेकर नये आदेश जारी किए गए हैं. कोरोना वायरस के कारण शहर में 100 से ज्यादा लोगों की कहीं भीड़ एकत्रित नहीं होगी. शहर में सभी मॉल, जिम, कोचिंग सेंटर्स व नाइट क्लब 31 मार्च तक बंद कर दिए गए हैं. मास्क और सैनिटाइजर का रेट एक ही रहेगा नहीं तो एशेंशियल कमोडिटी एक्ट के तहत अपराध माना जाएगा. जनगणना भी अप्रैल से शुरू होनी थी, लेकिन करोना वायरस के चलते उसको अभी आगे बढ़ा दिया गया है.
- कोरोना से लड़ने के लिए अहमः उद्धवमहाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोरोना वायरस को लेकर अहम बैठक के बाद कहा कि यह वैश्विक आपदा है. मुंबई में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर पहले दो सप्ताह तक इसे गंभीरता से नहीं लिया गया. लेकिन तीसरे और चौथे सप्ताह इसका विस्फोट हुआ. उन्होंने कहा कि अगले 15 दिन अहम होंगे. हम जागरूकता फैलाने के लिए राज्य से गुजरने वाली हर ट्रेन को पेंट कराएंगे जिन पर बचाव के तरीकों के बारे में बताया गया होगा.
- ममता बनर्जी न बंगाल में स्थिति की समीक्षा कीपश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोरोना से निपटने के लिए महत्वपूर्ण प्रशासनिक बैठक की अध्यक्षता की. इसमें राज्य के मुख्य सचिव, गृह सचिव, कोलकाता पुलिस आयुक्त, महापौर और कैबिनेट मंत्री उपस्थित थे.
- मास्क, सैनेटाइजर महंगा बेचने पर होगा एक्शनदिल्ली सरकार के नाप तोल विभाग ने महंगे मास्क और सैनेटाइजर बेचने वालों के खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश जारी किया है. मंत्री इमरान हुसैन ने नाप तोल विभाग के अधिकारियों को औचक निरीक्षण के लिए बाज़ार में भेजने के लिए निर्देश दिए हैं. जमाखोरी या महंगे मास्क और सैनेटाइजर बेचने वालों को पकड़ेगी नापतोल विभाग की टीम. महंगा मास्क, सैनेटाइजर बेचने पर पुलिस में दर्ज होगा मामला. मंत्री भी करेंगे मेडिकल स्टोर्स का निरीक्षण.
- जेएनयू के छात्रों को घर जाने का निर्देशजवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के सभी छात्रों को अपने घर जाने और भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार पर्याप्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.
- सिद्ध विनायक मंदिर होगा बंदकोरोना वायरस के चलते महाराष्ट्र में स्थित सिद्ध विनायक मंदिर के लिए अहम फैसला लिया गया है. सिद्ध विनायक ट्रस्ट ने आज शाम 7 बजे से मंदिर को बंद करने का फैसला किया है. अगले फैसले तक मंदिर को बंद रखने का फैसला किया गया है.
- महाराष्ट्रः यूनिवर्सिटी में एग्जाम रद्दमहाराष्ट्र के उच्च शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने बताया कि राज्य में यूनिवर्सिटी में एग्जाम रद्द कर दिए गए हैं. इससे पहले यूनिवर्सिटी में परीक्षाएं चल रही थीं. उन्होंने बताया कि सभी शिक्षक 25 मार्च तक घर से काम करेंगे. जब उन्हें कहा जाएगा तभी ऑफिस आना होगा. 27-28 मार्च को एक बार फिर स्थिति का जायजा लिया जाएगा और फिर आगे का फैसला किया जाएगा.
- सीएम उद्धव ठाकरे ने लिया स्थिति का जायजामहाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोरोना वायरस को लेकर हालात का जायजा लेने के लिए बैठक की. वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये हुई इस बैठक में सभी जिला अधिकारी शामिल हुए. महाराष्ट्र में लोगों को तीन वर्गों ए, बी और सी वर्ग में विभाजित किया गया है. कोरोना से पीड़ित लोगों के अमेरिका, ब्रिटेन और दुबई से आने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है. मुख्यमंत्री ने चुनाव आयोग को पंचायत चुनाव स्थगित करने का निर्देश दिया है. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अभी तक स्कूल परीक्षाएं ही स्थगित थी लेकिन अब कॉलेज में एग्जाम रद्द कर दिए गए हैं. यह व्यवस्था अभी तक शहरों में लागू थी लेकिन अब पूरे महाराष्ट्र में यह इसे लागू किया गया है. मंत्रालयों में आगतुंकों के आने से मना कर दिया गया है ताकि भीड़ न जुटे. अभी महाराष्ट्र में कोरोना के 38 केस आए हैं.
- कोरोना मामले में धारा 144 लगाना गलत- नीतीश कुमारबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि कोरोना वायरस के मामले में धारा 144 लगाना गलत है. ये लॉ एंड आर्डर का मामला नहीं है. इसमें लोगों का जागरूक करने की जरूरत है. बिहार के 6 जिलों में लागू धारा 144 को हटा दिया गया है.
- इटली से पहुंचे थे चेन्नई, 14 को क्वारनटाइन में भेजाइटली से चेन्नई पहुंचने वाले आंध्र और तेलंगाना के 14 लोगों को ऐहतियातन क्वारनटाइन में भेजा गया है. ये 14 लोग दुबई के रास्ते इटली से आज चेन्नई पहुंचे थे. ऐतियातन कदम उठाते हुए इन्हें क्वारनटाइन में भेज दिया गया है.
- झारखंडः 17 मार्च से 14 अप्रैल तक स्कूल-कॉलेज बंदकोराना वायरस संकट को देखते हुए झारखंड में 17 मार्च से अप्रैल 14 तक सभी स्कूल, कॉलेज, सिनेमा हॉल, मॉल और पार्क बंद रहेंगे. आला अफसरों के साथ बैठक के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यह फैसला किया. सभी सार्वजनिक स्थानों को भी बंद रखने का ऐलान किया गया है. मुख्यमंतरी ने सभी निजी संस्थानों को कर्मचारियों के वेतन में कटौती नहीं करने का भी निर्देश दिया है. कोरोना के खिलाफ सभी तैयारियां सुनिश्चित करने के लिए 200 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.
- 23 मार्च को माकपा की रैली रद्दमाकपा ने 23 मार्च को नागरिकता संशोधन कानून और आर्थिक संकट के खिलाफ देशभर में आंदोलन का आह्वान किया था, लेकिन कोराना वायरस संकट को देखते हुए पार्टी ने धरना प्रदर्शन का प्रस्तावित कार्यक्रम रद्द कर दिया है.
- मरीजों की संख्या बढ़कर हुई 117देशभर में मरीजों की संख्या बढ़कर 117 हो गई है. इसमें से दो की मौत हो गई है, जबकि 13 ठीक होकर घर जा चुके हैं. सोमवार को महाराष्ट्र में चार नए मामले सामने आए. महाराष्ट्र में कुल 37 पॉजिटिव केस आ चुके हैं. वहीं, ओडिशा में एक केस सामने आया है.
- दिल्ली में हर जगह लगाए जाएंगे डिस्पेंसरदिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता वाली टास्क फोर्स ने आज अहम फैसला किया. कोरोना से निपटने के लिए पूरी दिल्ली में हाथ धोने के लिए डिस्पेंसिंग मशीन लगाई जाएगी. सभी डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट और एसडीएम अपने इलाकों में 100 डिस्पेंसिंग मशीन लगाएंगे. नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर अपने इलाकों में 300 डिस्पेंसिंग मशीन लगाएंगे. मार्केट, बस डिपो, बस स्टैंड, ऑटो स्टैंड और हर भीड़भाड़ वाली जगह पर हाथ धोने के लिए डिस्पेंसर लगाए जाएंगे.
- ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की मीटिंग शुरूस्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन की अगुवाई में ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की मीटिंग शुरू हो गई है. बैठक में केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर समेत कई मंत्रालयों के अधिकारी मौजूद हैं.
- थोड़ी देर में होगी ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की मीटिंगकोरोना वायरस को लेकर ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की मीटिंग स्वास्थ्य मंत्रालय में 11:30 बजे होगी, जिसमें स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, अर्बन और सिविल एविएशन मंत्री हरदीप पुरी समेत गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और रेल मंत्रालय के जिम्मेदार मौजूद रहेगे. इस मीटिंग में कोरोना वायरस को लेकर समीक्षा की जाएगी और तैयारियों का जायजा लिया जाएगा. (रिपोर्ट- अशोक सिंघल)
- दिल्ली एयरपोर्ट पर नेगेटिव, ओडिशा पहुंचते ही कोरोना पॉजिटिव पाया गया युवकभारत में कोरोना वायरस के कुल मामले 113 केस हो गए हैं. सोमवार को ओडिशा में कोरोना वायरस का पॉजिटिव केस पाया गया. 31 वर्षीय युवक इटली से लौटा था जो कि पॉजिटिव पाया गया.
पूरी खबर पढ़ें: दिल्ली एयरपोर्ट पर नेगेटिव, ओडिशा पहुंचते ही कोरोना पॉजिटिव पाया गया युवक - फेक न्यूज़ फैलाने वाला गिरफ्तारराजस्थान पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है, जो कि कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया पर फेक न्यूज़ फैला रहा था. व्यक्ति को नौकरी से भी निकाल दिया गया है. राजस्थान में अबतक कुल 4 मामले पॉजिटिव पाए गए हैं.
- ओडिशा में मिला कोरोना वायरस का केसओडिशा में भी कोरोना वायरस से जुड़ा एक केस सामने आया है. ओडिशा के हेल्थ-ऐजुकेशन ट्रेनिंग सेंटर के डायरेक्टर डॉ. सीबीके मोहान्ती के अनुसार, राज्य में एक पॉजिटिव केस मिला है. ये व्यक्ति इटली से वापस आया था, जिसके बाद उसने दिल्ली से भुवनेश्वर तक ट्रेन का सफर किया. मरीज को अभी भुवनेश्वर के अस्पताल में भर्ती किया गया है.
- फिर धड़ाम हुआ शेयर बाजारकोरोना वायरस की वजह से शेयर बाजार में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. सोमवार को फिर शेयर बाजार की शुरुआत 1900 प्वाइंट्स गिरने के साथ हुई. इसके अलावा निफ्टी में भी 500 अंक से अधिक की गिरावट देखने को मिली है.

- कोरोना वायरस का वर्ल्ड लाइफ पर भी असरकोरोना वायरस के असर की वजह से देश के कई इलाकों में बंद जैसा माहौल है. असम के काजीरंगा, मानस, ओरंग नेशनल पार्क समेत अन्य वर्ल्डलाइफ सेंक्चुरी को बंद कर दिया गया है. प्रशासन के आदेश के अनुसार, 29 मार्च तक ये सभी बंद रहेंगे. असम में इससे पहले ही सभी स्कूल-कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं.
- हरियाणा में भी सिनेमा हॉल-स्कूल बंद
प्रदेश में आगामी 31 मार्च तक सिनेमा हॉल, स्कूल (परीक्षाओं को छोड़कर), जिम, स्विमिंग पूल, नाइट क्लब बंद रहेंगे। इसके अलावा सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक, खेल प्रतियोगिता व पारिवारिक कार्यक्रमों में 200 से अधिक संख्या में लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है
- कर्नाटक के कलबुर्गी में स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी उन लोगों की पहचान कर रहे हैं, जो कोरोना वायरस पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आए थे. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से लोगों से अपील की जा रही है कि वह खुद सामने आएं और अपना टेस्ट करवाएं.
- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे आज दोपहर कोरोना वायरस पर रिव्यू मीटिंग करेंगे. इस दौरान मुख्यमंत्री सभी जिला कलेक्टरों से चर्चा करेंगे.
- मंदिरों में भी कोरोना वायरस का असरकोरोना वायरस के बढ़ते असर को देखते हुए धार्मिक स्थल भी सतर्क हो गए हैं. वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालुओं को जहां हैंड वॉश से हाथ धुलवाने के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है. वहीं, अब श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने भी एडवाइजरी जारी कर दी है. श्राइन बोर्ड ने विदेश से आए श्रद्धालुओं या अप्रवासी भारतीयों को भारत पहुंचने के बाद कम से कम 28 दिन तक माता वैष्णो देवी मंदिर न आने की सलाह दी है.
- कोरोना वायरस का अदालतों पर भी असरकोरोना वायरस के असर को देखते हुए पटना हाई कोर्ट ने तय किया है कि अगले कुछ दिनों तक सिर्फ अर्जेंट मामलों की ही सुनवाई की जाएगी. पटना के अलावा राजस्थान कोर्ट ने भी ऐसा ही आदेश दिया है. गौरतलब है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए अधिकतर एक्सपर्ट्स भीड़ वाले इलाकों से दूरी की सलाह दे रहे हैं.
- स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए निर्देश1. भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें.
2. अगर खांसी और बुखार हो तो किसी के संपर्क में ना आएं.
3. बिना हाथ धोए आंख-मुंह और नाक को ना छुएं.
4. सार्वजनिक स्थानों में ना थूकें.
5. बुखार-खांसी होने या सांस लेने में तकलीफ होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
6. डॉक्टर के पास जाने के दौरान अपना मुंह और नाक ढकें रहें.
7. किसी भी तरह की दिक्कत होने पर 011-23978046 पर संपर्क करें या फिर ncov2019@gmail.com पर मेल करें.
8. अपने हाथ को साबुन-पानी या फिर एल्कोहल वाले हैंड रब से धोएं.
9. खांसी या छींकने के दौरान टीशू या कपड़े से मुंह जरूर ढकें.
10. इस्तेमाल किए गए टीशू को कूड़ेदान में जरूर डालें. - स्कूल-कॉलेज बंद, घर से ही काम करेंकोरोना वायरस की वजह से देश के करीब एक दर्जन से अधिक राज्यों ने स्कूल, कॉलेज बंद कर दिए हैं.जबकि कई राज्यों में परीक्षाओं को आगे बढ़ाया गया है. अभी तक उत्तर प्रदेश, दिल्ली, असम, हरियाणा, बंगाल, केरल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, बिहार समेत अन्य राज्यों में स्कूल-कॉलेज बंद किए गए हैं.
इसके साथ ही कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों से घर से ही काम करने को कहा है, बेंगलुरु में भी कुछ निजी कंपनियों ने इस प्रयोग को अपनाया है. - उत्तर प्रदेश के 11 जिलों में सिनेमा हॉल-मॉल बंदकोरोना वायरस से बचने के लिए एक्सपर्ट्स जो सलाह दे रहे हैं, उनमें सबसे बड़ी बात है कि भीड़ वालों इलाकों से बचकर रहें. इसी को ध्यान में रखते हुए देश के कई राज्यों ने स्कूल, मॉल, सिनेमा हॉल, जिम जैसे सार्वजनिक स्थलों पर पाबंदी लगा दी है.
उत्तर प्रदेश के कुल 11 जिलों में सिनेमा हॉल बंद कर दिए गए हैं. आगरा, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर और महराजगंज - भारत में कुल 112 केस, दो की हुई मौतचीन से निकले इस वायरस से भारत में भी खौफ पैदा कर दिया है. रविवार को देश में इसके केस की संख्या 112 पहुंच गई. उत्तराखंड में रविवार को पहला केस दर्ज किया गया, जबकि उत्तर प्रदेश में ये संख्या बढ़कर 13 हो गई है.
हालांकि, देश में अबतक महाराष्ट्र ऐसा राज्य है जहां कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा केस हैं यहां अबतक कुल 32 केस सामने आए हैं. बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से देश में अबतक दो मौत हुई हैं, एक कर्नाटक और दूसरी दिल्ली में
गौ-मूत्र--एक अद्भुत आयुर्वेदिक उपचार | Desi cow gomutra therapy | Cow urine therapy
आयुर्वेद के अनुसार देसी गाय का "गौ मूत्र" एक संजीवनी है| गौ-मूत्र एक अमृत के सामान है जो दीर्घ जीवन प्रदान करता है, पुनर्जीवन देता है, रोगों को भगा देता है, रोग प्रतिकारक शक्ति एवं शरीर की मांस-पेशियों को मज़बूत करता है|
आयुर्वेद के अनुसार यह शरीर में तीनों दोषों का संतुलन भी बनाता है और कीटनाशक की तरह भी काम करता है|
गौ-मूत्र का कहाँ-कहाँ प्रयोग किया जा सकता है| | Uses of Gomutra
- संसाधित किया हुआ गौ मूत्र अधिक प्रभावकारी प्रतिजैविक, रोगाणु रोधक (antiseptic), ज्वरनाशी (antipyretic), कवकरोधी (antifungal) और प्रतिजीवाणु (antibacterial) बन जाता है|
- ये एक जैविक टोनिक के सामान है| यह शरीर-प्रणाली में औषधि के सामान काम करता है और अन्य औषधि की क्षमताओं को भी बढ़ाता है|
- ये अन्य औषधियों के साथ, उनके प्रभाव को बढ़ाने के लिए भी ग्रहण किया जा सकता है|
- गौ-मूत्र कैंसर के उपचार के लिए भी एक बहुत अच्छी औषधि है | यह शरीर में सेल डिवीज़न इन्हिबिटोरी एक्टिविटी को बढ़ाता है और कैंसर के मरीज़ों के लिए बहुत लाभदायक है|
- आयुर्वेद ग्रंथों के अनुसार गौ-मूत्र विभिन्न जड़ी-बूटियों से परिपूर्ण है| यह आयुर्वेदिक औषधि गुर्दे, श्वसन और ह्रदय सम्बन्धी रोग, संक्रामक रोग (infections) और संधिशोथ (Arthritis), इत्यादि कई व्याधियों से मुक्ति दिलाता है|
गौ-मूत्र के लाभों को विस्तार से जाने | Benefits of Gomutra (Desi cow urine)
देसी गाय के गौ मूत्र में कई उपयोगी तत्व पाए गए हैं, इसीलिए गौमूत्र के कई सारे फायदे है|गौमूत्र अर्क (गौमूत्र चिकित्सा) इन उपयोगी तत्वों के कारण इतनी प्रसिद्ध है|देसी गाय गौ मूत्र में जो मुख्य तत्व हैउनमें से कुछ का विवरण जानिए।
1. यूरिया (Urea) : यूरिया मूत्र में पाया जाने वाला प्रधान तत्व है और प्रोटीन रस-प्रक्रिया का अंतिम उत्पाद है| ये शक्तिशाली प्रति जीवाणु कर्मक है|
2. यूरिक एसिड (Uric acid): ये यूरिया जैसा ही है और इस में शक्तिशाली प्रति जीवाणु गुण हैं| इस के अतिरिक्त ये केंसर कर्ता तत्वों का नियंत्रण करने में मदद करते हैं|
3. खनिज (Minerals): खाद्य पदार्थों से व्युत्पद धातु की तुलना मूत्र से धातु बड़ी सरलता से पुनः अवशोषित किये जा सकते हैं| संभवतः मूत्र में खाद्य पदार्थों से व्युत्पद अधिक विभिन्न प्रकार की धातुएं उपस्थित हैं| यदि उसे ऐसे ही छोड़ दिया जाए तो मूत्र पंकिल हो जाता है| यह इसलिये है क्योंकि जो एंजाइम मूत्र में होता है वह घुल कर अमोनिया में परिवर्तित हो जाता है, फिर मूत्र का स्वरुप काफी क्षार में होने के कारण उसमे बड़े खनिज घुलते नहीं है | इसलिये बासा मूत्र पंकिल जैसा दिखाई देता है | इसका यह अर्थ नहीं है कि मूत्र नष्ट हो गया | मूत्र जिसमे अमोनिकल विकार अधिक हो जब त्वचा पर लगाया जाये तो उसे सुन्दर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है |
4. उरोकिनेज (Urokinase):यह जमे हुये रक्त को घोल देता है,ह्रदय विकार में सहायक है और रक्त संचालन में सुधार करता है |
5. एपिथिल्यम विकास तत्व (Epithelium growth factor)क्षतिग्रस्त कोशिकाओं और ऊतक में यह सुधर लाता है और उन्हें पुनर्जीवित करता है|
6. समूह प्रेरित तत्व(Colony stimulating factor): यह कोशिकाओं के विभाजन और उनके गुणन में प्रभावकारी होता है |
7. हार्मोन विकास (Growth Hormone): यह विप्रभाव भिन्न जैवकृत्य जैसे प्रोटीन उत्पादन में बढ़ावा, उपास्थि विकास,वसा का घटक होना|
8. एरीथ्रोपोटिन (Erythropotein): रक्ताणु कोशिकाओं के उत्पादन में बढ़ावा |
9. गोनाडोट्रोपिन (Gonadotropins): मासिक धर्म के चक्र को सामान्य करने में बढ़ावा और शुक्राणु उत्पादन |
10. काल्लीकरीन (Kallikrin): काल्लीडीन को निकलना, बाह्य नसों में फैलाव रक्तचाप में कमी |
11. ट्रिप्सिन निरोधक (Tripsin inhibitor):मांसपेशियों के अर्बुद की रोकथाम और उसे स्वस्थ करना |
12. अलानटोइन (Allantoin): घाव और अर्बुद को स्वस्थ करना |
13. कर्क रोग विरोधी तत्व (Anti cancer substance): निओप्लासटन विरोधी, एच -११ आयोडोल - एसेटिक अम्ल, डीरेकटिन, ३ मेथोक्सी इत्यादि किमोथेरेपीक औषधियों से अलग होते हैं जो सभी प्रकार के कोशिकाओं को हानि और नष्ट करते हैं | यह कर्क रोग के कोशिकाओं के गुणन को प्रभावकारी रूप से रोकता है और उन्हें सामान्य बना देता है |
14. नाइट्रोजन (Nitrogen) : यह मूत्रवर्धक होता है और गुर्दे को स्वाभाविक रूप से उत्तेजित करता है |
15. सल्फर (Sulphur) : यह आंत कि गति को बढाता है और रक्त को शुद्ध करता है |
16. अमोनिया (Ammonia) : यह शरीर की कोशिकाओं और रक्त को सुस्वस्थ रखता है |
17. तांबा (Copper) : यह अत्यधिक वसा को जमने में रोकधाम करता है |
18. लोहा (Iron) : यह आरबीसी संख्या को बरकरार रखता है और ताकत को स्थिर करता है |
19. फोस्फेट (Phosphate) : इसका लिथोट्रिपटिक कृत्य होता है |
20. सोडियम (Sodium) : यह रक्त को शुद्ध करता है और अत्यधिक अम्ल के बनने में रोकथाम करता है |
21. पोटाशियम (Potassium) : यह भूख बढाता है और मांसपेशियों में खिझाव को दूर करता है |
22. मैंगनीज (Manganese) : यह जीवाणु विरोधी होता है और गैस और गैंगरीन में रहत देता है |
23. कार्बोलिक अम्ल (Carbolic acid) : यह जीवाणु विरोधी होता है |
24. कैल्सियम (Calcium) : यह रक्त को शुद्ध करता है और हड्डियों को पोषण देता है , रक्त के जमाव में सहायक|
25. नमक (Salts) : यह जीवाणु विरोधी है और कोमा केटोएसीडोसिस की रोकथाम |
26. विटामिन ए बी सी डी और ई (Vitamin A, B, C, D & E): अत्यधिक प्यास की रोकथाम और शक्ति और ताकत प्रदान करता है |
27. लेक्टोस शुगर (Lactose Sugar): ह्रदय को मजबूत करना, अत्यधिक प्यास और चक्कर की रोकथाम |
28. एंजाइम्स (Enzymes): प्रतिरक्षा में सुधार, पाचक रसों के स्रावन में बढ़ावा |
29. पानी (Water) : शरीर के तापमान को नियंत्रित करना| और रक्त के द्रव को बरक़रार रखना |
30. हिप्पुरिक अम्ल (Hippuric acid) : यह मूत्र के द्वारा दूषित पदार्थो का निष्कासन करता है |
31. क्रीयटीनीन (Creatinine) : जीवाणु विरोधी|
32.स्वमाक्षर (Swama Kshar): जीवाणु विरोधी, प्रतिरक्षा में सुधार, विषहर के जैसा कृत्य |
आयुर्वेद क्या है? | What is Ayurveda?
आयुर्वेद प्राचीन भारतीय प्राकृतिक और समग्र वैद्यक-शास्र चिकित्सा पद्धति है। जब आयुर्वेद का संस्कृत से अनुवाद करे तो उसका अर्थ होता है "जीवन का विज्ञान" (संस्कृत मे मूल शब्द आयुर का अर्थ होता है "दीर्घ आयु" या आयु और वेद का अर्थ होता हैं "विज्ञान"।
एलोपैथी औषधि (विषम चिकित्सा) रोग के प्रबंधन पर केंद्रित होती है, जबकि आयुर्वेद रोग की रोकथाम और यदि रोग उत्पन्न हुआ तो कैसे उसके मूल कारण को निष्काषित किया जाये, उसका ज्ञान प्रदान करता है।
आयुर्वद का ज्ञान पहले भारत के ऋषि मुनियों के वंशो से मौखिक रूप से आगे बढ़ता गया उसके बाद उसे पांच हजार वर्ष पूर्व एकग्रित करके उसका लेखन किया गया। आयुर्वेद पर सबसे पुराने ग्रन्थ चरक संहिता, सुश्रुत संहिता और अष्टांग हृदय हैं। यह ग्रंथ अंतरिक्ष में पाये जाने वाले पाँच तत्व-पृथ्वी, जल वायु, अग्नि और आकाश, जो हमारे व्यतिगत तंत्र पर प्रभाव डालते हैं उसके बारे में बताते हैं। यह स्वस्थ और आनंदमय जीवन के लिए इन पाँच तत्वों को संतुलित रखने के महत्व को समझते हैं।
आयुर्वेद के अनुसार हर व्यक्ति दूसरों के तुलना मे कुछ तत्वों से अधिक प्रभावित होता है। यह उनकी प्रकृति या प्राकृतिक संरचना के कारण होता है। आयुर्वेद विभिन्न शारीरिक संरचनाओं को तीन विभिन्न दोष मे सुनिश्चित करता है।
- वात दोष: जिसमे वायु और आकाश तत्व प्रबल होते हैं।
- पित्त दोष: जिसमे अग्नि दोष प्रबल होता है।
- कफ दोष: जिसमे पृथ्वी और जल तत्व प्रबल होते हैं।
दोष सिर्फ किसी के शरीर के स्वरुप पर ही प्रभाव नहीं डालता परन्तु वह शारीरिक प्रवृतियाँ (जैसे भोजन का चुनाव और पाचन) और किसी के मन का स्वभाव और उसकी भावनाओं पर भी प्रभाव डालता है। उदाहरण के लिए जिन लोगो मे पृथ्वी तत्व और कफ दोष होने से उनका शरीर मजबूत और हट्टा कट्टा होता है। उनमे धीरे धीरे से पाचन होने की प्रवृति, गहन स्मरण शक्ति और भावनात्मक स्थिरता होती है। अधिकांश लोगो मे प्रकृति दो दोषों के मिश्रण से बनी हुई होती है। उदाहरण के लिए जिन लोगो मे पित्त कफ प्रकृति होती है, उनमे पित्त दोष और कफ दोष दोनों की ही प्रवृतिया होती है परन्तु पित्त दोष प्रबल होता है। हमारे प्राकृतिक संरचना के गुण की समझ होने से हम अपना संतुलन रखने हेतु सब उपाय अच्छे से कर सकते है।
आयुर्वेद किसी के पथ्य या जीवन शैली (भोजन की आदते और दैनिक जीवनचर्या) पर विशेष महत्त्व देता है। मौसम मे बदलाव के आधार पर जीवनशैली को कैसे अनुकूल बनाया जाये इस पर भी आयुर्वेद मार्गदर्शन देता है।
श्री श्री आयुर्वेद अस्पताल में हुए इलाज का अनुभव - आयुर्वेद के उपचार से ८ साल के बाद पहली बार खाया खाना!!
आयुर्वेदिक चिकित्सा का वर्गीकरण | Principles of Ayurveda
आयुर्वेद में इलाज शोधन चिकित्सा और शमन चिकित्सा में विभाजित किया जा सकता है यानी क्रमशः परिशोधक और प्रशामक चिकित्सा।
शोधन चिकित्सा में शरीर से दूषित तत्वों को शरीर से निकाला जाता है। इसके कुछ उदाहरण है - वमन, विरेचन, वस्ति, नस्य।
शमन चिकित्सा में शरीर के दोषों को ठीक किया जाता है और शरीर को सामान्य स्थिति में वापस लाया जाता है। इसके कुछ उदाहरण है- दीपन, पाचन (पाचन तंत्र) और उपवास आदि। यह दोनों चिकित्सा प्रकार शरीर में मानसिक व शारीरिक शांति बनाने के लिए आवश्यक हैं।
बेंगलुरु में स्थित, श्री श्री आयुर्वेदिक चिकित्सा केंद्र, एक ऐसा अस्पताल है जहाँ पर आयुर्वेदिक तरीके से जीवन जीना सिखाया जाता है। यहाँ पर लोग शांतिप्रिय जीवन जीने का तरीका सीख सकते हैं।
आयुर्वेदिक चिकित्सा शरीर शुद्धि | Ayurvedic Therapies for Body Purification
- अभ्यंग | Abhyanga
- उज्हिचिल |Uzhichil
- पिज्हिचिल | Pizhichil
- मर्म चिकित्सा | Marma Therapy
- शिरोधारा |Shirodhara
- चेहरे का मर्म |Facial Marma
- मेरु चिकित्सा |Meru Chikitsa
- स्नेहन /स्नेह्पान |Snehana/ Snehapana
- स्वेदन / स्वेद चिकित्सा | Svedana/Sweat Therapy
- नस्य | Nasya
- विरेचन | Virechana
- पद अभ्यंग /फुट मालिश |Pada Abhyanga/ Foot Massage
- पिंड स्वेद | Pinda Sweda
- तलपोथिचिल /शिरोलेप |Thalapothichil, Shirolepa
- शीरोवस्ति | Shirovasti
- ओस्टीओपेथी |Osteopathy
पुराने नगरों को स्मार्ट सिटी बनाना संभव है।
पुराने नगरों को स्मार्ट सिटी बनाना संभव है।
वर्तमान संदर्भों में शहरीकरण विकास का प्रतीक माना जाने लगा है। ऐसा इसलिए, क्योंकि शहरों में रोजगार की संभावनाएं अधिक होती हैं। रोजगार मिलने से प्रतिव्यक्ति आय में बढ़ोत्तरी होती है, और यह राष्ट्रीय आय में योगदान करती है।
2011 की जनगणना के अनुसार 31 प्रतिशत जनता ही भारत के शहरों में निवास करती है। जलवायु संबंधी परिवर्तनों ने अनेक शहरों के अस्तित्व को चुनौती दी है। विशेषतः समुद्र किनारे बसे शहर अब मानव निर्मित आपदाओं से अछूते नहीं हैं। दूसरे, शहरों में बड़ी संख्या में कच्ची बस्तियां बन गई हैं। यद्यपि इनमें रहने वाले लोग शहरी जनसंख्या से संबंधित उच्च एवं मध्य वर्ग की अनेक आवश्यकताओं को पूरा करते हैं, परन्तु स्वयं गरीबी का शिकार होने के साथ-साथ वे बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित हैं। प्रत्येक शहर में बेतरतीब यातायात एक गंभीर समस्या बन गया है, क्योंकि सार्वजनिक परिवहन सेवाओं की कमी है। शहरों की सड़कों पर गड्ढे, सीवर प्रणाली का अभाव, बिजली, पानी एवं संचार सुविधाओं का अस्त-व्यस्त व असमान रूप शहरी जीवन को समस्यामूलक बना देता है।
कर्नाटक की नगर प्रबंधन संस्था ने सभी राज्यों में नगरों में चलाई जा रही अच्छी और सफल योजनाओं को अपनाकर राज्य के नगरों को मूलभूत समस्याओं से निजात दिलाने का प्रयत्न किया है। धारणीयता और कुशल प्रबंधन की मिसाल बनने वाले नगरों को पुरस्कृत करने का प्रावधान भी है। इससे सथानीय निकायों को सक्षम एवं प्रभावशाली प्रशासन के लिए नए तरीके अपनाने को प्रोत्साहन मिल रहा है।
बेंगलुरू शहर में बढ़ता ट्रैफिक एक समस्या बनता जा रहा था। इसके चलते हाल ही में वहाँ की ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक नियंत्रण के लिए एक अनुकूल सिस्टम की शुरूआत की है। इसमें वाहनों को बराबर ‘ग्रीन लाईट’ टाइम देकर उनके समय में बचत की कोशिश की गई है। भुवनेश्वर में भी इस पद्धति को अपनाया जा रहा है।
कचरा प्रबंधन की समस्या की चुनौती को स्वीकार करते हुए कर्नाटक का शिमोगा शहर एक उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। यहाँ के सफाई कर्मचारी रात को शहर की सफाई में लगे रहते हैं। इसके लिए उन्हें पुरस्कार भी दिया जाता है।
बेलगावी शहर के निवासियों ने जब गीले और सूखे कूड़े को अलग रखने की सरकारी अपील को नहीं माना, तब वहाँ के स्कूलों के बच्चों को घर से सूखा कूड़ा लाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। सबसे ज्यादा कूड़ा लाने वालों को पुरस्कार भी दिया गया। इस कूड़े को बेचकर इकट्ठे किए गए धन का उपयोग गरीब बच्चों की पढ़ाई में किया गया।
मंगलुरू नगर एक औद्योगिक केन्द्र है। नगर कॉर्पोरेशन को कॉर्पोरेट सोशल रेस्पांसिबिलिटी के अंतर्गत मदद लेकर काम करने को प्रोत्साहित किया गया। इसके माध्यम से इस तटीय नगर को स्वच्छ के साथ-साथ सुंदर बना दिया गया। इस अभियान में सारा खर्च कंपनियों ने वहन किया। नगर निगम का इसकी देख-रेख करने की जिम्मेदारी निभानी पड़ी।
रामगर नगर परिषद् में 2017 के दौरान गीले कचरे के प्रबंधन के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की गई। वहाँ के होटलों, कैंटीन आदि से निकले गीले कूड़े को बायोगैस और विद्युत उत्पादन के काम में लिया जाने लगा। इसके लिए शहर से बाहर 10 किलोवाट बिजली-उत्पादन की क्षमता वाला एक प्लांट लगा दिया गया। कर्नाटक राज्य में अपनी तरह की यह पहली योजना थी।
कर्नाटक राज्य के शहरों में किए जा रहे इन परिवर्तनों से अन्य राज्य भी बहुत कुछ सीख सकते हैं। इन्हें अपनाकर शहरीकरण के बढ़ते अव्यवस्थित बोझ को सुव्यवस्थित करने में सहायता मिल सकती है। उदाहरण बने इन नगरों की खास बात यह है कि इन्होंने पहले से ही उपलब्ध साधनों का ही ऐसा कुशल प्रबंधन किया कि जिसने नगर की तस्वीर बदल दी। अगर भारत के अन्य नगर भी इन पद्धतियों पर काम करने लगें, तो 2050 तक भारत के नगरों पर पड़ने वाला 50 प्रतिशत जनसंख्या का भार, बोझ नहीं रह जाएगा।
‘द इकॉनॉमिक टाइम्स’ में प्रकाशित कला एस श्रीधर और शीतल सिंह के लेख पर आधारित। 23 फरवरी, 2019
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